जब डाली कुदृष्टि किसी ने तो काली बनकर संहारी हूं जब डाली कुदृष्टि किसी ने तो काली बनकर संहारी हूं
इनकी आभा से होते जगत उज्जवलित, कलह और यातनाओं से दूर, इन्हें मुस्कान दो। इनकी आभा से होते जगत उज्जवलित, कलह और यातनाओं से दूर, इन्हें मुस्कान दो।
देश में सबसे घिनौना अपराध है बलात्कार l निर्मल चरित्र इसका समाधान है जो समाज को स्मृधता प्रदान कर सक... देश में सबसे घिनौना अपराध है बलात्कार l निर्मल चरित्र इसका समाधान है जो समाज को ...
नारी तुम महान हो तुम ही घर की शान हो ! नारी तुम महान हो तुम ही घर की शान हो !
माँ से लेकर संगिनी हूँ मैं हर रिश्ते में बसी रागिनी हूँ मैं माँ से लेकर संगिनी हूँ मैं हर रिश्ते में बसी रागिनी हूँ मैं
नाश करो कुदृष्टि का नाश करो नारी को अपमानित करने वालों का। नाश करो कुदृष्टि का नाश करो नारी को अपमानित करने वालों का।